सांगला (किन्नौर)। किन्नौर जिले में हल्के हिमपात के बाद शुक्रवार को पूरा दिन मौसम साफ होने के बावजूद भी जनजीवन पूरी तरह से पटरी पर नहीं लौट पाया है। जिले के तीनों खंडों कल्पा, निचार व पूह के दर्जनों ग्रामीण रूटों पर वाहनों की आवाजाही नहीं हो सकी है। इसके चलते जिले के लोगों को अपने गंतव्यों तक पहुंचने के लिए भारी असुविधाओं का सामना करना पड़ रहा है।
शुक्रवार को मौसम खुलने और तापमान शून्य से नीचे लुढ़कने से जिले से एचआरटीसी की बसें भी देरी से चलीं। सुबह करीब साढे़ ग्यारह बजे जिला मुख्यालय रिकांगपिओ से दिल्ली और काजा की तरफ समदू तक ही निगम की बसों की आवाजाही हो पाई है।
परिवहन निगम के आरएम रिकांगपिओ डीएस रघु ने मामले की पुष्टि करते हुए कहा कि बर्फबारी और फिसलन के चलते समूचे जिले में शुक्रवार को किसी भी ग्रामीण रूटों पर निगम की बसों की आवाजाही नहीं हो सकी है।
हिमपात से किन्नौर जिले के कल्पा व पूह खंड के तहत लोक निर्माण विभाग के तहत आने वाले 32 ग्रामीण रूटों में से हांगो, चोलिंग, ठंगी, कुन्नोचारंग व कानम, लाबरंग सहित चार ग्रामीण सड़कें प्रभावित हुई हैं, जबकि लोनिवि के भावानगर डिवीजन के तहत आने वाले सांगला, छितकुल, बौनिंगसारिंग, बटसेरी, चांसु और शौंग की सड़कें बर्फबारी के चलते अभी भी बंद हैं। लोनिवि के कल्पा, पूह व भावानगर डिवीजन में आने वाले नौ रूटों पर भी शुक्रवार को यातायात बाधित रहा, जिसे खोलने के लिए विभाग ने मशीनरी और मजदूर लगाए गए हैं।
लोनिवि कल्पा के एक्सईन एसपी नेगी और एक्सईन भावानगर बीएम ठाकुर ने देर शाम तक जिले के सभी ग्रामीण रूटों से बर्फ हटाकर यातायात बहाल करने का दावा किया है। सीमा सड़क संगठन के ओसी एचआर वनराज ने पोवारी से समदू तक राष्ट्रीय उच्चमार्ग पूरी तरह से बहाल होने की पुष्टि की है।